Pimple kaise hataye in hindi पिम्पल कैसे हटाये-

Pimple kaise hataye ! पिम्पले कैसे हटाये ! pimple kaise hataye in hindi

मुंहासे या पिम्पले (pimple/Acne) युवा वर्ग को परेशान करने वाली एक आम समस्‍या है जो न केवल शरीर में विद्रूपता लाती है बल्‍कि युवा मन की उमंगों और अरमानों पर पानी फेर देती है। पिम्‍पल के कारण व्‍यक्ति में एक हीन भावना आ जाती है और कुछ निराशावादी विचार भी पनपने लगते हैं कुद तो इन से तंग आ कर अपने आप को अलग थलग रखने की कोशिश करते हैं। कुछ लोग इसे युवावस्‍था में होने वाला सहज बदलाव समझ कर इस की ओर विशेष ध्‍यान नहीं देते और वे उन के चेहरे और शरीर के अन्‍य भागों पर एक अनचाही मार्क या निशान छोड़ जाते हैं।

इस पोस्‍ट में पिम्पले कैसे हटाये ( pimple kaise hataye) एवं पिम्‍पल क्‍या है इसका इलाज क्‍यों जरूरी हैं एवं पिंपल कैसे हटाए घरेलू उपाय ( pimple kaise hataye gharelu nuskhe) बताया गया हैं।

pimple kaise hataye
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मुहांसे Pimple/Acne क्‍या हैं-

हमारी स्‍कीन मे आइल स्‍त्राव करने वाली ग्रंथियां होती है जिन से त्‍वचा चिकनी और चमकदार रहती है युवावस्‍था में हारमोन्‍स के खून में बढ़ जाने से ये ग्रंथियां अधिक सक्रिया हो जाती है जिस से त्‍वचा से अधिक तेल निकलने लगता है। यह तेल धूल , मैल कण और अन्‍य प्रदूषित वस्‍तुओं के संपर्क में आता है तो कड़ा हो कर ग्रंथि के मुंह पर जम जाता है जिस से ग्रंथियों का मार्ग अवरूद्ध हो जाता है।

यह तैलीय त्‍वचा के भीतर ही जमा होता रहता है मैल की परत में मौजूद हानिकारक तत्‍व इस जमें हुए तेल और ग्रंथि में सूजन पैदा कर देते हैं जिससे वह भाग फूल कर एक फुंसी का रूप ले लेता हैं। ये फुंसियां या तो भूरे रंग की या फिर काले रंग की हो जाती है कभी कभी इन फुंसियों में मवाद पड़ जाता है। शुरूआत में हुए लाल दाने उपचार न होने पर दर्द युक्‍त गांठों का रूप ले लेते हैं ऐसी अवस्‍था में उपचार किया जाए तो बाद में चेहरे पर छोटे छोटे गड्ढे पड़ जाते हैं कभी कभी तो यह चक्र बार बार दोहराया जाता है जिस का अंत एक भद्दे और कूरूप चेहरे के रूप में रह जाता है ये दाग हमेशा के लिए रह जाते हैं।

मुंहासे pimple/ Acne का कारण-

पिम्‍पल के लिए युवावस्‍था में होने वाले परिवर्तन तो उत्‍तरदायी हैं ही मगर उन के साथ अन्‍य कारण भी इस बीमारी को बढ़ावा देने या दोहराने के लिए दोषी है जैसे त्‍वचा की देखभाल में लापरवाही , अपर्याप्‍त नींद, मानसिक तनाव, सौंदर्य प्रसाधनों का अत्‍यधिक उपयोग।

हालांकि यह बीमारी छोडी बहुत आनुवंशिक है और एक ही परिवर के कई सदस्‍यों मे पाई जा सकती है।नम और गर्म जलवायु वाले स्‍थानों पर यह विशेष तौर पर देखने में आती है भोजन का भी प्रभाव इस बीमारी पर पड़ता है जिन्‍हें कब्‍ज होती है उन्‍हें यह रोग जल्‍दी हो जाता है।

युवतियों में इन की तकलीक मासिक चक्र के पहले बढ़ जाती है जब कि युवकों में यह कम ज्‍यादा होता रहता है पिम्‍पल  न केलव चेहरे पर होते हैं, बल्कि पीठ, गरदन और छाती पर भी पाए हैा व्‍यक्ति की त्‍वचा की रंग सांवली पड़ जाती है और वह सख्‍त और तैलीय दिखाई देने लगती है

क्‍या पिम्‍पल खतरनाक हैं-

आम तौर पर यह धारणा है कि पिम्‍पल युवाओ की निशानी हैं और इन का उभरना एक कॉमन शारिरिक क्रिया है। अधिकांश लोग यह सोच कर कि समय के साथ साथ यह बीमारी भी खत्‍म हो जाएगी, इस की देखभाल करना जरूरी नहीं समझते, मगर यह सोचना गलत है। समय पर इन का इलान न केवल चेहरे की सुंदरता को बनाए रखता है, बल्कि इन के द्वारा उत्‍प्‍न्‍न भद्दे दागों से मन में शर्म की भावना चिंता के भावों को भी को भी दूर करता हैं पिम्‍पल के कारण युवाओं में हीन भावना जागती है और सेल्‍फ कॉन्‍फीडेन्‍स महसूस नहीं कर पाते। 

पिम्‍पल करने के लिए टिप्‍स Tips For Pimple-

  • फेस को ज्‍यादा रगड़ना हानिकारक होता है।
  • फेस को दिन में तीन बार फेसवास और ठंडे पानी से धोएं बाद में सुखे तौलिए से चेहरा से थपथप के साथ पोछें।
  • फेस को तैलीय से बचाने के लिए स्‍पिरिट, यूडी कोलोन या कोई एस्ट्रिजेंट लगाए, इसे से चमड़ी की तैलीय प्रवृत्ति कम होती है।
  • फेस पर किसी भी प्रकार की फेस क्रीम, कोल्‍ड क्रीम, वैनशिंग क्रीम, या क्‍लीनजिंग मिल्‍क न लगाएं नही कोई अन्‍य तेल युक्‍त वस्‍तु चेहरे पर मलें, युवतियां फेस पाउडर, ब्‍लश, या फिर लिपस्टिक उपयोग में ला सकती हैं।
  • बॉयस पिम्‍पल हो तो भी सेविंग बना सकते है मगर बालो में पोमेड वैसलीन हेयर क्रीम या तेल न लगाएं।बालों में केवल पानी लगा कर संवारना चाहिए।
  • यदि बालों में डेनड्रफ हो तो उन का इलाज भी जरूर हैं, क्‍योंकि इन की मौजूदगी में मुंहासों तेजी से बढ़ जाती हैं।
  • पिम्‍पल को न तो नाखूनों से खरोंचे और न ही चेहरे को दोनों हथेलियां के बीच ले कर बैठें, और न ही माथे पर उभरे पिंपल को बालों से छिपाने की कोशिश करें।
  • समुचित आराम और निद्रा बीमारी में राहत पहूंचाती है, इसी तरह हलकी धूप में व्‍यायात और खुली हवा में चहलकदमी लाभ करती है अधिक श्रमवाली कसरतों को टालना चाहिए।
  • गैस या कास्‍टीपेशन का इलाज करवाना भी जरूरी हैं।
  • अपने तौलिये को भी किसी को इस्‍तेमाल न करने दें।

पिंपल होने पर क्‍या खायें ।-

अधिक मात्रा में ताजे फलों, फलों के रस और हरी सब्ज्यिों का सेवन करें, पानी खूब पीए विशेष कर सुबह उठने के बाद एक गिलास पानी और नीबू का रस लाभ करता है, । कब्‍ज दूर करने के लिए रात में ईसबगोल की भूसी या सॉफ्टोवैक पाउडर का इस्‍तेमाल किया जा सकता है।

पिंपल होने पर क्‍या न खायें-

केक, चॉकलेट, पेस्‍ट्री, कोको, आइसक्रीम, कोका युक्‍त पेय नुकसान दायक हैं इसी तरह मूंगफली के दाने नारियल क्रीम मक्‍खन चीज पनीर बकरे और सुअर के मांस का सेवन न किया जाए। मसाला युक्‍त्‍ भोजन धूम्रपान तंबाकू और पान मसाले बीमारी की उग्रता को बढ़ाते हैं।

पिंपल का इलाज pimple kaise hataye-

  • पिम्‍पल से परेशान व्‍यक्ति केा इतना समझ लेना चाहिए कि इस बीमारी का तुंरत इलाज संभव नहीं है दवा धीरे धीरे असर करती हैं मगर यह सर्वथा गलत है।
  • पिंपल का इलाज कई साव‍धनियां और उपाये करने के बाद ही सफल होता है और अकेले दवा लगाने या खाने से पूर्ण फायदा नहीं होता विटामिन ए Vitamin A युक्‍त मरहमों एवं गोलियां का प्रयो ग किया जा सकता हैं।
  • कुछ दवाऐं एरिथ्रामाइसिन टेरा माइसिन, बेंझिल पराक्‍साइड इत्‍यादि ।
  • पराबैंगनी किरणों का इस्‍तेमाल भी किया जाता है। लिक्विड नाइड्रोजन या कार्बनडाइऑक्‍साइड भी पिंपल पर लगाई जाती है कई बार फेस आपरेशन की मदद से पिम्‍पल में बनी गांठो को या मवाद को निकालना जरूरी हो जाता है।


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