राकेश्वर सिंह कोबरा कमांडो को नक्सलियों ने किया रिहा rakeshwar singh crpf commando free from naxals
bijapur news-
मगर अगले दिन जब सही जानकारी मिली तो पता चला कि bijapur naxal attack में 22 जवान शहीद हुऐ है। जिसमें लगभग 7 naxaliyo के शव भी बरामद हुई है निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि naxali भी बड़ी मात्रा में मारे गये है जिनके शवों को naxali साथी अपने साथ ले गये ।
राकेश्वर सिंह कौन है-
राकेश्वर सिंह जो जम्मु काश्मीर के रहने वाले है वो crpf kobra बटालियन में commando है जो कि एक crpf टीम का नेतृत्व कर रहे थे। bijapur chhattisgarh naxali attack में लड़ते हुए नक्शलियों ने किडनेप कर लिया था। सरकार के लगातार बातचीत से उसे 8 अप्रैल 2021 को आखिरकार रिहा कर दिया गया।
राकेश्वर सिंह पुन: बीजापुर जिला छत्तीसगढ़ में अपने बटालियन में फिर से लौट चुके है। यहां से फिलहाल वो कुछ समय अपने गृहग्राम जम्मु काश्मीर जा रहे है। वो पूरी तरह से स्वस्थ है naxaliyo नें उनके साथ किसी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाया है। घर से लौटकर वे पुन: बीजापुर अपने हेडक्वाटर लौटेंगेे। इसने परिवार में खुसियों का मौहाल है।
बीजापुर जिला कहां है
bijapur district- bijapur बीजापुर जिला है जो chhattisgarh राज्यमें एक chhattisgarh top naxal high risk area में आता है। यह वह area है जहां से सर्वप्रथम chhattisgarh में naxal attack रानी बोदली नक्सली हमला से शुरू हुआ था। आज भी यह क्षेत्र तेलगांना एवं महाराष्ट्र के सीमा के जंगल से जुड़ा हुआ है।
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किस शर्त पर naxaliyo ने राकेश्वर सिंह को छोड़ा-
छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से 11 सदस्यों की टीम गठित किया गया था जो कि माओवादीयों से बात करने के लिए तैयार किया गया था। लगभग किडनेप करने के 6 दिन बाद rakeshwar singh crpf को निशर्त छोड़ दिया गया।
naxaliyo ने रिहा करने के लिए क्या शर्त रखी इस पर सरकार पूरी तरह से शांत है कहा जा रहा है कि उनकी कोई भी मांग नहीं है।
hidma highest wanted naxalite कौन है-
hidma naxali बस्तर का निवासी है जो छत्तीसगढ़ के निर्माण 2000 के आस पास माओवासी समुह से जुड़ा था जिसका नाम jhiram ghati naxal attack जैसे हाई प्रोफाल हमला में सामिल था इसके अलावा 2019 के dantewada MLA bhimaram mandavi बम हमला से हत्या के साथ कई बड़े हमलाओं में उसका हाथ है। जिस पर लगभग जिंदा या मुर्दा 40 लाख का ईनाम रखा गया है। जो कि नक्सली का सबसे बड़ा कमांडर है। जिसकी 3 तरह की सिक्युरिटी माओवादी द्वारा प्रदान किया गया है।
hidma वर्तमान में बीजापुर में छीपा है ऐसी सुचना मिलने पर लगभग 700 सुरक्षा बलों द्ववारा ऑपरेशन हिडमा चलाया जा रहा था। मगर सीआरपीएफ आने की सुचना मिलने पर नक्सलियों ने गांवो को खाली कर वहां जवानों के लिए ही एम्बुस बिछा दिया । इस प्रकार घात लगाकर नक्सलीयों ने ही पुलिस बल पर हमला कर दिया उन्हें घेेर लिया ।
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